भारी जनविरोध के चलते सरकारी रंगदारी लगाने की साजिश नाकाम-श्योराण

 

 


-हिसार संघर्ष समिति ने विकास शुल्क वापस लेने के फैसले को बताया आमजन के संघर्ष की जीत
हिसार, 23 फरवरी।
हिसार संघर्ष समिति ने निकाय विभाग की ओर से बढ़ाए गए विकास शुल्क को सरकार द्वारा वापस लेने के फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए इसे आमजन के संघर्ष की जीत करार दिया है। समिति के अध्यक्ष एवं इनेलो नेता जितेंद्र श्योराण ने कहा कि विकास शुल्क बढ़ाने के बाद हिसार से उठी विरोध की चिंगारी प्रदेशभर में फैली, जिसके चलते सरकार को मजबूरीवश बैकफुट पर आने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश की जनता इसी एकजुटता के साथ सरकार के गलत फैसलों का विरोध करे तो सरकार की तानाशाही को रोका जा सकता है। 
इनेलो नेता श्योराण ने कहा कि सरकार द्वारा आगामी निकाय चुनावों में संभावित विरोध को देखते हुए इस तरह का यह अलोकतांत्रिक फैसला वापस लेना पड़ा है। उन्होंने कहा कि यह सरकार केवल विरोध की परिभाषा समझती है। जब जब प्रदेश की जनता ने एकजुट होकर जनविरोधी फैसले का विरोध किया, सरकार को बैकफुट पर आना पड़ा। उन्होंने कहा कि विकास शुल्क बढ़ाना एक किस्म की सरकारी रंगदारी लगाने की नाजायज कोशिश थी, जो जबरदस्त विरोध के कारण हटानी पड़ी। भाजपा-जजपा गठबंधन यह माहौल देख रहा था कि लोग भक्ति में पहले की तरह जयकारे लगाकर इस गलत फैसले को स्वीकार कर रहे है या नहीं। लेकिन अब प्रदेश की जनता जागरूक हो चुकी है और हर गलत फैसले के विरोध में खड़ा होना शुरू हो गई है। सरकार जब भी इस तरह के फैसले जनता पर थौंपेगी, उसे भारी जन विरोध का सामना करना पड़ेगा।


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